रूमेटीएड गाठीया जागरूकता दिवस(RHEUMATIOD ARTHRITIS AWARENESS DAY)

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 रूमेटीएड गाठीया जागरूकता दिवस (2024) 

(RHEUMATIOD ARTHRITIS AWARENESS DAY)

रूमेटिएड गाठिया जागरूकता दिवस हर वर्ष 2 फरवरी को मनाया जाता है।  इस दिन का उद्देश शरीर पर आयी, पुरानी सूजन के बारे में जागरूक करना है।  जो शरीर के जोड़ो पर अत्यधिक नकारात्मक प्रभाव डालता है। इस दिन रूमटॉइड पेंशन फाउंडेशन ने ऑटो इम्यून बीमारी के बारे में जागरूकता बढ़ाने के बारे में एक अभियान शुरू किया , जो शरीर के जोड़ो पर हमला करता है। और अन्य सम्भावित हानिकारक स्तिथियों  के अलावा सूजन का कारण बनता है।  






रूमेटीएड जागरूकता दिवस के महत्व :-  रूमेटीएड जागरूकता दिवस के निमिन्लिखित महत्व है जिनको अनेक बिंदुओं द्वारा स्पष्ट किया जा सकता है जो इस प्रकार है जैसे की :-

  • इस दिन का उपयोग बीमारी के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए करे क्यूँकि इससे लाखो लोगो को सहायता मिलेगी। 
  • आप डॉक्टर के पास जाने और स्तिथि के जाँच कराने के लिए आरए निद्रिष्टि दिन का उपयोग कर सकते है।  बीमांरी का जल्दी पता लगने से बीमारी पर नियंत्रण करना सरल हो जाता है , और ऐसे करने पर उसको ठीक करना भी संभव होता है।  
  • यह दिन उन लोगो से जुड़ने का मौका भी देता है जो अपनी स्तिथि साझा करते है और उन लोगो से जुड़ने का मौका देते है जो उनका समर्थन करना चाहते है। 






रूमेटीएड जागरूकता दिवस के तथ्य :- पुरानी सूजन सम्बन्धी बीमारी रूमेटीएड गाठिया (आरए)  हमारे जोड़ो पर प्रभाव डाल सकती है।  एक ऑटो इम्यून बीमारी के रूप में , आरए शरीर की प्रतिरक्षा प्राणली को अपने स्वंम के उत्तकों पर हमला करने का कारण बनता है।  रूमेटीएड गाठिया के परिणामस्वरूप हडिड्यों के क्षरण , विकृत , सूजन , संयुक्त अस्त्र में सूजन और  ऊपर सूचिबंध जैसे अन्य लक्षण हो सकते है।  निमिन्लिखित बिंदुओं की सहयता से इसको स्पष्ट  किया जा सकता है , जो बिंदु इस प्रकार है जैसे की :-
  1. आरए ने अब तक लगभग 15 लाख अमेरिकियों  को हर साल प्रभावित करता है। 
  2. यदि भारत देश की बात करे तो साल 2023 की एक रिपोर्ट के अनुसार भारत में लगभग 1. 3 करोड़ लोगो को इस बीमारी ने प्रभावित किया है। 
  3. पुरुषों   की तुलना में महिलाओं को यह बीमारी अधिक प्रभावित  करती है।